कोया आदिवासियों ने जिस तरह से अन्याय के खिलाफ लड़ाई की, उस बारे में बताते हुए
अपने मित्र को पत्र लिखिए-
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Answer:
सिशुबिहर,23
कोलकाता
दिनांक--23 जून,20XX
प्रिय मित्र रमेश
बहुत प्यार!
तुम्हारी कुशलता और प्रसन्नता की कामना करता हूँ। मित्र, समाज ने हमें बहुत कुछ दिया है और हमारा भी कर्तव्य है
कि हम भी समाज को कुछ दें। आदिवासियों के बारे में तुम
जानते ही होगे। आदिवासी भी इसी समाज का हिस्सा हैं। कुछ मतलबी लोगों ने अपने फायदे के लिए हमारे क्षेत्र के
आदिवासियों को उनके अधिकारों से वंचित रखा है। मैं इन
आदिवासियों के बीच जाकर उन्हें उनके अधिकारों के बारे में
जानकारी दे रहा हूँ। अपने अधिकार और अस्तित्व की लड़ाई उन्हें स्वयं लड़नी है। मैंने उन्हें दूसरे आदिवासियों के बारे में भी बताया है। इन्होंने अपने अधिकारों के लिए जमींदारों के
खिलाफ आंदोलन किया और जीता भी।
मित्र, अब मैं पत्र समाप्त करता हूँ। तुम्हारे घर में सब कैसे हैं?
अपने माताजी और पिताजी को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा दोस्त
राहुल