क्या अपने कभी किसी को पत्र लिखा है। पत्र में क्या-क्या लिखना जरूरी है? पत्र को कैसे भेजते हैं। पता कीजिए।
और लिखिए।
Answers
हाँ, हमने अनेक लोगों को पत्र लिखा है।
हमने अपने अनेक मित्रों को पत्र लिखा है। जब हमारा मित्र हमे छोड़कर दूसरे शहर चला जाता था, या हमारे पिता के स्थानान्तरण के कारण हमें ही वो शहर छोड़कर जाना पड़ता था।
हमने अपने माता-पिता को अनेक बार पत्र लिखा है, हम अपने माता से दूर हॉस्टल आदि में पढ़ाई कर रहे होते या हम किसी कारणवश अपने माता-पिता से दूर होते थे।
इसके अतिरिक्त हमनें अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य को कई बार पत्र लिखा है, जो कि विद्यालयों के क्रिया-कलापों या किसी समस्या से संबंधित होते थे।
हमने समाचार पत्र के संपादक को को भी पत्र लिखा है, जो किसी सामाजिक या क्षेत्रीय समस्या से संबंधित होते थे।
हमने औपचारिक एवं अनौपचारिक दोनों तरह के पत्र लिखे हैं। अपने मित्र एवं माता-पिता को लिखे गए पत्र अनौपचारिक पत्र होते थे और प्रधानाचार्य एवं संपादक आदि को लिखे गए पत्र औपचारिक पत्र होते थे।
अनौपचारिक पत्र में हम सीधे जिस को पत्र लिखते थे, उस को संबोधित करते थे और अभिवादन या स्नेह संबोधन लिखते थे। जबकि अनौपचारिक केवल संबंधित व्यक्ति का पूर्ण पता लिखकर और संबोधित करते जिसमे अभिवादन नही होता था। पत्र किस विषय पर आधारित होता था।
अनौपचारिक पत्र में हम अपनी भावनाएं और विचार लिखते थे, अनौपचारिक पत्र में हम केवल किसी समस्या के निदान हेतु प्रार्थना का आवेदन करते थे।
अनौपचारिक पत्र आत्मीयता से भरे होते थे, जबकि अनौपचारिक पत्र सामान्य शिष्टाचार से युक्त होते थे।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○