Hindi, asked by karamjeetsing, 2 months ago

क्या होता यदि- बैजू बावरा तानसेन से रागविद्या में हार जाते?
pls reply fast ​

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Answered by nagarb871
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Answer:

this is your chapter question and we are not read your book so you please search this answer in your book

Answered by as3623333
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Answer:

बैजू बावरा (१५४२-१६१३) भारत के ध्रुपदगायक थे। उनको बैजनाथ प्रसाद और बैजनाथ मिश्र के नाम से भी जाना जाता है। वे ग्वालियर के राजा मानसिंह के दरबार के गायक थे और अकबर के दरबार के महान गायक तानसेन के समकालीन थे। उनके जीवन के बारे में बहुत सी किंवदन्तियाँ हैं जिनकी ऐतिहासिक रूप से पुष्टि नहीं की जा सकती है।

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