क्या हरिहर काका एक शोषित वर्ग के प्रतिनिधि के रूप में नजर आते हैं?
हां
नहीं
दोनों
कोई नहीं
Answers
Answered by
3
Answer:
उनका कहना था इससे उनके परिवार का पेट भरेगा। मंदिर को ज़मीन देना अन्याय होगा। इस तरह दोनों पक्ष अपने-अपने हिसाब से सोच रहे थे, परन्तु हरिहर काका के बारे में कोई नहीं सोच रहा था। इन बातों का एक कारण यह भी था कि काका विधुर थे और उनके कोई संतान भी नहीं थी।
Explanation:
Please mark as brainleast
Answered by
1
Answer:
हरिहर काका के पास ज़मीं-जायदाद है फिर भी वे शोषित वर्ग के प्रतिनिधि के रूप में नज़र आते हैं| उनके सगे भाइयों के परिवार और सामाजिक व्यवस्था ने अपना स्वार्थ साधने के लिये उन्हें शोषण का शिकार एवं खिन्न मनोवृत्ति वाला बना दिया है|
Similar questions