क्या कारण है कि zn2+ के यौगिक प्रति चू़्मबकीय होतें है
Answers
Explanation:
प्रतिचुम्बकीय पदार्थ वे हैं जिनमें बाहर से आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र के उल्टी दिशा में चुम्बकीय क्षेत्र प्रेरित होता है। ये पदार्थ वाह्य चुम्बकीय क्षेत्र द्वारा प्रतिकर्षित (रिपेल) किये जाते हैं। अर्थात इनका व्यवहार अनुचुम्बकीय पदार्थों के चुम्बकीय व्यवहार के उल्टा होता है। प्रतिचुम्बकत्व एक क्वाण्टम यांत्रिक प्रभाव है और सभी पदार्थ यह गुण प्रदर्शित करते हैं।जब अन्य चुम्बकीय प्रभाव नगण्य हों तो ऐसे पदार्थों को प्रतिचुम्बकीय कह दिया जाता है। यह भी कह सकते हैं कि प्रतिचुम्बकीय पदार्थों की पारगम्यता (परमिएबिलिटी) μ0 से कम होती है।
उदहारण : जस्ता, बिस्मथ, नमक, जल, ताँबा, चांदी, हाइड्रोजन, हवा, एल्कोहल इत्यादि।
प्रतिचुम्बकत्व का गुण प्रदर्शित करने वाले कुछ उल्लेखनीय पदार्थ और उनकी पारगम्यता का मान नीचे की सारणी में दिए गए हैं-
Explanation:
Zn²+ has diamagnetic in nature because it has completely filled electrons in its shells.
Explaination :-
Electronic configuration of Zn :-
And for formation of Zn²+ , Zn would lose 2 electron. and electron goes from outermost shell.
It means, Here, electron goes from 4s².
Then,
The electronic configuration of Zn²+ is
And we know that, d has 5 subshell. So, Electrons are filled in these shells by Obeying Hund’s rule.
Then, we see that all d-orbitals are completely filled, so it's diamagnetic in nature.
Orbital diagram of Zn²+ :-
( Refer to the attachment. )