Hindi, asked by siddhantjadhav132, 7 months ago

“क्या कहूँ, यह मेरे भाग्य का फेर है, नहीं तो एक गँवारा छोकरा, जिसको चपरासीगिरी करने का भी शऊर नहीं, मुझे खड़ाऊँ से मारकर यों अकड़ता।“ बड़े घर की बेटी प्रेमचंद १ यहाँ वक्ता और श्रोता कौन हैं?गँवारा छोकरा किसे कहा गया है? [२] २ यह मेरे भाग्य का फेर है ---- ऐसा वक्ता ने क्यों कहा? पाठ के आधार से समझाइए। [३]

Answers

Answered by abbistephen777
0

Answer:

“क्या कहूँ, यह मेरे भाग्य का फेर है, नहीं तो एक गँवारा छोकरा, जिसको चपरासीगिरी करने का भी शऊर नहीं, मुझे खड़ाऊँ से मारकर यों अकड़ता।“ बड़े घर की बेटी प्रेमचंद १ यहाँ वक्ता और श्रोता कौन हैं?गँवारा छोकरा किसे कहा गया है? [२] २ यह मेरे भाग्य का फेर है ---- ऐसा वक्ता ने क्यों कहा? पाठ के आधार से समझाइए। [३]

Explanation:

"What shall I say, it is a change of my destiny, or else a village boy who does not have the power to chaprasigiri, strangled me by beating me with a pitting." Daughter of big house Premchand 1 Who is the speaker and listener here? Leave the village.

Similar questions