• क्या तुमने कभी अपने इलाके में देखा है कि आस-पड़ोस के लोगों ने मिलकर एक-दूसरे की मदद की हो? कब-कब?
• लोग अकसर एक जगह पर पास-पास क्यों बसते हैं?
• अगर तुम्हारा घर अपने इलाके में अकेला घर होता यानी तुम्हारे आस-पास कोई न रहता तो कैसा होता? जैसे-तुम किसके साथ खेलते? क्या अकेले डर लगता? सभी त्योहार और खास मौके किसके साथ मिलकर मनाते, इत्यादि?
• लोगों को कई बार ऐसी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, जिनमें जान और माल का भारी नुकसान होता है। कई लोग बेघर हो जाते हैं। पिछले कुछ एक महीनों के अखबारों से दुनिया में आए भूकंप, बाढ़, आग, तूफ़ान आदि के बारे में समाचार इकट्ठ करो। उन्हें कॉपी में चिपकाओ।
Answers
◉ क्या तुमने कभी अपने इलाके में देखा है कि आस-पड़ोस के लोगों ने मिलकर एक-दूसरे की मदद की हो? कब-कब?
▬ हाँ, हमने अपने इलाके में देखा है कि आसपास लोग एक दूसरे की मदद कर रहे थे। हमारे इलाके में एक बार भयंकर बारिश हुई और बाढ़ आ गई। ऐसे में कई मकान तेज बारिश में ढह गए। तब हमारे इलाके के लोगों ने एक-दूसरे की बहुत मदद की और आपसी सहयोग से इस आपदा का मुकाबला किया।
◉ लोग अकसर एक जगह पर पास-पास क्यों बसते हैं?
▬ लोग सामान्यतः एक जगह पर पास-पास इसलिए बसते हैं, ताकि किसी संकट की घड़ी में वे एक दूसरे की सहायता कर सकें। उनके पास-पास रहने का दूसरा कारण सामाजिक भावना भी होती है। लोगों के साथ साथ रहने से ही समाज बनता है और मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है।
◉ अगर तुम्हारा घर अपने इलाके में अकेला घर होता यानी तुम्हारे आस-पास कोई न रहता तो कैसा होता? जैसे-तुम किसके साथ खेलते? क्या अकेले डर लगता? सभी त्योहार और खास मौके किसके साथ मिलकर मनाते, इत्यादि?
▬ यदि हमारा घर किसी अकेले इलाके यानी निर्जन स्थान पर होता तो हमारा वहां पर रहना संभव नहीं हो पाता, क्योंकि किसी भी संकट की घड़ी में हमें किसी की सहायता की आवश्यकता पड़ती है और हम पर यदि कोई मुसीबत आ जाती तो हमारी मदद के लिए कोई नहीं रहता। इसके अलावा अकेले के कारण हम इतना खुश नहीं रह पाते जितना सब लोगों के साथ मिलकर रहने पर हो पाते हैं। अकेले रहने पर हमारी सुरक्षा की भी समस्या होती और हमें किसी ना किसी अनजान संकट का डर लगा रहता। कोई त्यौहार भी हंसी-खुशी नहीं मना पाते और ना ही हमें आसपास दोस्त आदि खेलने के लिए मिल पाते।
◉ लोगों को कई बार ऐसी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, जिनमें जान और माल का भारी नुकसान होता है। कई लोग बेघर हो जाते हैं। पिछले कुछ एक महीनों के अखबारों से दुनिया में आए भूकंप, बाढ़, आग, तूफ़ान आदि के बारे में समाचार इकट्ठ करो। उन्हें कॉपी में चिपकाओ।
▬ यह एक प्रायोगिक कार्य है। विद्यार्थी इसे अपनी रचनात्मकता के आधार पर स्वयं करें कुछ पुराने अखबार इकट्ठे कर उनमें से संबंधित विषयों की कटिंग्स काटेंऔर उन्हें अपनी कॉपी में चिपकाएं।
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“जब धरती काँपी”
(पर्यावरण अध्ययन – आस-पास) — कक्षा - 5, पाठ - 14)
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संस्था के लोगों ने जस्मा के स्कूल में अभ्यास कराया कि भूकंप आने पर क्या-क्या करना चाहिए।
- अगर हो सके तो घर से बाहर खुले में निकल जाओ।
- अगर घर से बाहर निकल न पाओ, तो फ़र्श पर लेटकर किसी मजबूत चीज, जैसे मेज़ के नीचे छिप जाओ। उसे पकड़े रखो ताकि वह फिसलकर तुमसे दूर न जाए। कंपन रुक जाने तक इंतज़ार करो।
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• भूकंप के समय किसी मजबूत चीज़ के नीचे छिप जाने को क्यों कहा गया है?
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• टी.वी. की रिपोर्ट के अनुसार गुजरात में हजारों लोग घायल हुए और मरे भी। अगर यहाँ बनी इमारतें भूकंप से सुरक्षित होतीं, तो क्या नुकसान में कुछ अंतर होता? क्या?
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किन-किन की मदद की ज़रूरत काम में मदद
1. कुत्ता सूँघकर जानना कि लोग कहाँ दबे हैं।
2. _________ _______________________
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