कोयल से क्या सीखना है?
Answers
Explanation:
कौवा और कोयल के रंग एक हैं किन्तु रंग एक होने के बाद भी उनके कर्म और व्यवहार अलग -अलग है । जैसे -
कौवा के बोली में कड़वाहट जरुर होती है किन्तु उसके पास गुढ़ ज्ञान होता है ।जो कोयल के पास नहीं होता ।
कोयल बहुत मीठा ,मधुर वाणी से परिपूर्ण होती है किन्तु होती है ,एकदम भोली -भाली ।
कोयल अपने मधुर संगीत की तपस्या में अपने कर्त्तव्यों से दूर रहती है आप पूछेंगे कैसे ?देखिए ये अपने अंडों को क्रूर कौवे के हवाले कर अपना आगे बढ़ जाती है । और क्रूर कहे जाने वाले कौवे बिना कुछ जाने अपने ही बच्चों की तरह उनका पालन -पोषण करते हैं ।
कौवा अपने एक आंख से सारे दुनिया को देखने का माद्दा रखता है । कोयल बहुत सीमित ही रहती है । हांलांकि कम कोई नहीं ।
रंग एक हैं कर्म अलग -अलग है । फिर भी अपने-अपने स्तर पर महान है । अपनी अल्प बुद्धि से जितना समझ में आया मैंने लिखा ।आप गुणी जन आगे मार्गदर्शन करें ।
अनुरोध के लिए बहुत धन्यवाद । टिप्पणियां अवश्य दें