कबीर के अनुसार निर्गुण ब्राह्म कहां मिलते हैं
Answers
Answered by
2
Answer:
आडम्बर से दूर निगरुण-निराकार ब्रह्म का दर्शन अपने भीतर प्राप्त करते हुए उनकी भक्ति में निमग्न रहते थे। अपने अनुयायियों को धर्म की सही दिशा देते रहते थे। वे कहते थे - 'कहैं कबीर बिचारि के जाके बरन न गांव ।
Answered by
3
Answer:
आडम्बर से दूर निगरुण-निराकार ब्रह्म का दर्शन अपने भीतर प्राप्त करते हुए उनकी भक्ति में निमग्न रहते थे। अपने अनुयायियों को धर्म की सही दिशा देते रहते थे। वे कहते थे - 'कहैं कबीर बिचारि के जाके बरन न गांव ।
Similar questions