कबीर के अनुसार निंदक किस प्रकार हमारे स्वभाव को निकालने में सहायक होते हैं
Answers
Answered by
13
कबीर के अनुसार हमें निंदा करने वालों को अपने पास अपने आंगन में बैठना चाहिए क्योंकि उनके निंदा करने से हमारे स्वभाव से बुराइयां उसी प्रकार दूर हो जाएंगी जिस प्रकार साबुन और पानी से धोने पर कपड़े के सारे मैल धुल जाते हैं।
निंदा करने वाले के हमारी बुराई करने पर हम स्वयं को सुधारेंगे , इस प्रकार निंदा करने वालो से हमें केवल लाभ ही प्राप्त होगा।
निंदा करने वाले के हमारी बुराई करने पर हम स्वयं को सुधारेंगे , इस प्रकार निंदा करने वालो से हमें केवल लाभ ही प्राप्त होगा।
Answered by
2
Answer:
निंदा करनेवाले के जरिये ही हमें अपने परिष्कार का अवसर मिलता है। अपने स्वभाव को निर्मल रखने के लिए कबीर ने बताया है कि हमें अपने आसपास निंदक रखने चाहिए ताकि वे हमारी त्रुटियों को बता सके। वास्तव में निंदक हमारे सबसे अच्छे हितेषी होते हैं। उनके द्वारा बताए गए त्रुटियों को दूर करके हम अपने स्वभाव को निर्मल बना सकते हैं।
Similar questions