कबीर के अनुसार ऊँचे कुल में जन्म लेने पर भी आदमी निंदा का पात्र होता है, जब वह-
(क) अच्छे कर्म नहीं करता (ख) सुरापान करता है
(ग) साधुओं का सत्संग करता है (घ) धन को इकट्ठा नहीं होने देता
Answers
Answered by
5
सही विकल्प होगा...
✔ (क) अच्छे कर्म नहीं करता
स्पष्टीकरण ⦂
कबीर के अनुसार ऊँचे कुल में जन्म लेने पर भी अच्छे कर्म ना करने पर आदमी निंदा का पात्र ही होता है। जिस प्रकार किसी सोने के घड़े में शराब रख देने से सोने पर ही संदेह किया जाता है, उसी तरह ऊँचे कुल में गलत व्यक्ति के जन्म लेने से उनकी ही बदनामी होती है। केवल ऊंचे कुल में जन्म लेने से कोई ऊँचा नहीं हो जाता बल्कि ऊँचा बनने के लिए उसे अच्छे कर्म करने पड़ते हैं।
Answered by
1
Answer:
Option (क) is correct.
Explanation:
कबीर के अनुसार ऊंचे कुल में जन्म लेने पर भी आदमी निंदा का पात्र होता है जब वह अच्छे कर्म नहीं करता।
Hope it helpful to you..
Similar questions