Hindi, asked by gyanendrasingh3055, 1 month ago

कबीर के काव्य में व्यक्त धार्मिक रूढ़ियों एवं धार अंधविश्वास पर तीखा प्रहार किया गया था सिद्ध कीजिए​

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Answered by hindabhi18
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Answer:

कबीर दास जी ने अंधविश्वास को दूर करने का प्रयास किया लेकिन अंधविश्वास धूल कणों मोह माया में फंसा हुआ लोगों के

Answered by franktheruler
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कबीर के काव्य में व्यक्त धार्मिक रूढ़ियों एवं धार अंधविश्वास पर तीखा प्रहार किया गया था यह निम्न प्रकार सेकिया गया है

  • संत कबीर के काव्यों में जीवन का सत्य निहित था।
  • उनके दोहों में जीवन की कड़वी सच्चाई छुपी हुई है।
  • अपने काव्यों के माध्यम से हमेशा ही उन्होंने अंधविश्वास व समाज में व्याप्त कुरीतियों पर व्यंग कसा है।
  • उदाहरण के लिए

पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ

पंडित भया न कोय

ढाई आखर प्रेम के

पढ़े सो पंडित होय

  • इन पंक्तियों के माध्यम से समाज में पढ़े लिखे व्यक्तियों पर व्यंग कसा है कि हम चाहे जितनी शिक्षा ग्रहण कर ले परन्तु यदि हमारे मन में ईर्ष्या, द्वेष की भावना है, हमारे हृदय में किसी लिए प्रेम नहीं तो ऐसी विद्या किसी काम की नहीं।

#SPJ3

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