कबीर की साखी में दीपक देख या माही का आशय है
(a) आनंद भीतर देख लिया
(b) सुख मन में ही मिल गया
(c) सांसारिक भोग अपने ही हाथ में है
(d) परमात्मा को मन में ही देख लिया
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The right answer is... option (d)
परमात्मा को मन में ही देख लेना
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Answer:
option D
It is correct answer
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