Hindi, asked by anishanand0602, 3 months ago

कबीर ka sahitik parichaye​

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Answered by kshamapandey182006
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Answer:

कबीरदास (Kabirdas) हिन्दू धर्म व इस्लाम धर्म के समान रूप से आलोचक थे। उन्होंने यज्ञोपवीतऔर ख़तना को बेमतलब करार दिया और इन जैसी धार्मिक प्रथाओं की सख़्त आलोचना की. उनके जीवनकाल के दौरान हिन्दू तथा मुसलमान दोनों ने उन्हें अपने विचार के लिए डराया-धमकाया था। कबीर पंथ नामक धार्मिक सम्प्रदाय इनकी शिक्षाओं के अनुयायी हैं।

Answered by Anonymous
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कबीर का sahitik parichaye

इनका जन्म लहरतारा तालाब के निकट १५ वीं सदी में हुआ था. ऐसा माना जाता है की स्वामी रामानंद जी ने एक विधवा ब्राह्मणी को पुत्रवती होने का आशीर्वाद दिया था. जब कबीर का जन्म १३९८ में हुआ तो समाज के डर से इनकी माता इनको कमल के फूल के ऊपर (लहरतारा तालाब) के निकट छोड़ गईं. इस बालक का पालन-पोषण नीरू और नीमा नामक जुलाहे ने किया

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