History, asked by bhupendraverma97946, 5 months ago

कबीर कि उलटबांसी रचनाओं का क्या तात्पर्य है कोई तीन उदाहरण के साथ स्पष्ट किजिए ​

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Answered by DRpradeep
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Answer:

इसीलिये इन रचनाओं को 'उलटबांसी' कहा जाता है। बिनु-जल चकवा करत किलोरा। अर्थात धरती उलटकर आकाश को ओर चल दी, हाथी चींटी के मुँह में समा गया, पहाड़ बिना हवा के ही उड़ने लगा, सारे जीव जन्तु सब वृक्ष पर चढ़ने लगे। ... कबीर ने इस उलटबांसी के माध्यम से किसी योगी की आंतरिक और बाह्य स्थिति का वर्णन किया है।

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