कबीर की उलटबाँसी रचनाओं का क्या तात्पर्य है? कोई एक उदाहरण दीजिए।
Answers
Answered by
11
Explanation:
इसीलिये इन रचनाओं को 'उलटबांसी' कहा जाता है। बिनु-जल चकवा करत किलोरा। अर्थात धरती उलटकर आकाश को ओर चल दी, हाथी चींटी के मुँह में समा गया, पहाड़ बिना हवा के ही उड़ने लगा, सारे जीव जन्तु सब वृक्ष पर चढ़ने लगे। ... भौतिक जगत और आध्यात्मिक जगत में यही अंतर है, जो कबीर अपनी इस उलटबांसी के माध्यम से कहा है।
Similar questions