कबीर कधार्मिक विचारों पर प्रकाश डालए-
11. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
"मियाँ नसीरूद्दीन ने आँखों के कंचे हम पर फेंक दिए। फिर तररेकर बोल- 'क्या मतलब है?
पूछिए साहब- नानबाई इल्म लेने कहीं और जाएगा? क्या नगीनासाज़ के पास ? क्या आईनास के
पास ? क्या मीना साज़ के पास ? या रफूगर, रंगरेज या तेली-तंबोली से सीखने जाएगा ? क्या
फरमा दिया साहब यह तो हमारा खानदानी पेशा ठहरा। हाँ, इल्म की बात पूछिए तो जो कुछ
भी
सीखा, अपने वालिद उस्ताद से ही। मतलब यह कि हम घर से न निकले कि कोई पेशा आख्तियार
करेंगे। जो बाप-दादा का हुनर था वही उनसे पाया और वालिद मरइम के उठ जाने पर आ बैठे
उन्हीं के ठीये पर।
(क) नसीरूद्दीन के खानदान का पेशा क्या था? उसने अपनी आजीविका के लिए कौन-सा धंधा
अपनाया?
(अंक 2)
(ख) नसीरूद्दीन ने नानबाई का धंधा किससे सीखा ?
(ग) उक्त गद्यान के आधार पर कुछ खानदानी धंधों के नाम गिनाइये।
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കണ്ടെത്താം, പറയാം
ബാബുരാജ് ഉൾപ്പെടെയുള്ളവരുടെ വളർച്ചയിൽ കുഞ്ഞുമുഹമ്മദ്ക്ക പ്രധാന പങ്കു
വഹിച്ചിട്ടുണ്ട്. ആരുടെയെല്ലാം? സന്ദർഭങ്ങൾ ഏതെല്ലാം?जीवो के चट्टानों में दबे अवशेषों को जीवाश्म(fossils) कहते हैं। ... जीवों के इस तरह की परिरक्षित अवशेष जीवाश्म (fossil) कहलाते हैं। यह जैव विकास प्रक्रम के विषय में जानने में सहायता करते हैं कि जीव की उत्पत्ति किस प्रकार हुई या हमारे पूर्वज जिनसे हमारी उत्पत्ति हुई वह कैसे थे
HOPE IT HELPS
STAY SAFE AND HEALTHY
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