कबीर ने अपने दोहे में निंदक को समीप रखने की सलाह दी हैं। क्या आप भी अपने निंदक को पसंद करते हैं?
Answers
Answer:
मुझे तो पसंद है
Explanation:
क्योंकि कभी तुम्हारा निंदक को अपने समीप रखना अच्छा काम है क्योंकि हमारा निंदक हमारी सारी खूबियां जानता है और हमारी नींद निंदा करता है तो हमारी वह निंदा करता है जिसके कारण हमें अपनी गलतियों का पता चलता है उसने मेरी निंदा क्योंकि इससे हम अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं निंदा करना अच्छी बात तो नहीं लेकिन अपने निंदा करने वाले को समीप रखना अच्छी बात है यह कबीर साहिब ने कहा था और मैं भी इसे मानता हूं
धन्यवाद
◼⬛Be Brainly⬛◼
Answer:
Explanation:
कभी तुम्हारा निंदक को अपने समीप रखना अच्छा काम है क्योंकि हमारा निंदक हमारी सारी खूबियां जानता है और हमारी नींद निंदा करता है तो हमारी वह निंदा करता है जिसके कारण हमें अपनी गलतियों का पता चलता है उसने मेरी निंदा क्योंकि इससे हम अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं निंदा करना अच्छी बात तो नहीं लेकिन अपने निंदा करने वाले को समीप रखना अच्छी बात है यह कबीर साहिब ने कहा था और मैं भी इसे मानता हूं