कबीर ने ईश्वर की सत्ता मानी है । a) एक b) दो c) तीन
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1 is correct answer
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option a
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सही विकल्प होगा...
✔ a) एक
स्पष्टीकरण ⦂
कबीर ने ईश्वर की एक सत्ता मानी है। कवि के अनुसार ईश्वर एक ही है। हर धर्म के लोग उसे अलग-अलग रूपों में पूजते हैं। कवि ईश्वर के निर्गुण रूप को मानते थे। उनके अनुसार ईश्वर मनुष्य के अंदर ही व्याप्त है। ईश्वर मंदिर-मस्जिद में नहीं मिलता बल्कि मनुष्य के अंदर ही ईश्वर है। जब हम अपने मन के अंधकार को दूर करके आत्मज्ञान हासिल कर लेता है, तो मनुष्य को ईश्वर की प्राप्ति सहज रूप से हो जाती है।
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