Hindi, asked by rymekeyang, 8 months ago

कबीर ने ईशवर प्रेम को किस प्रकार समझाया है​

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Answered by Anonymous
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कबीर ने ईश्वर प्रेम को समझाते हुए कहा है कि परमात्मा के केवल नाम स्मरण श्रद्धा व भक्ति के साथ करने मात्र से ही मनुष्य पंडित या ज्ञानी बन सकता है तथा जब मनुष्य राम वियोगी हो जाता है तो वह जीवित नहीं रहता या उसका व्यवहार पागलों के समान होने लगता है।

Explanation:

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Answered by anchitmishra4
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Answer:

Explanation:कबीर ने ईश्वर प्रेम को समझाते हुए कहा है कि परमात्मा के केवल नाम स्मरण श्रद्धा व भक्ति के साथ करने मात्र से ही मनुष्य पंडित या ज्ञानी बन सकता है तथा जब मनुष्य राम वियोगी हो जाता है तो वह जीवित नहीं रहता या उसका व्यवहार पागलों के समान होने लगता है।

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