कबीर ने साधक और परमात्मा को किस रूप में चित्रित किया है class11
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कबीर ने चुंबक और लोहे के उदाहरण द्वारा आत्मा और परमात्मा के संबंध को चित्रित किया है। कबीर कहते हैं कि चुंबक लोहे द्वारा ही बनाया जाता है और वह अपनी और केवल लोहे को ही आकर्षित करता है अन्य धातुओं को नहीं। उसी प्रकार परमात्मा चुंबक के समान है और आत्मा लोहे की वस्तु के समान। चुंबक रुपी परमात्मा लोहे रूपी आत्मा को आकर्षित करता है और आत्मा परमात्मा में मिल जाने के लिए तड़पती है।
चुम्बक लोहा प्रीति ज्यों, लोहा लेत उठाय"।
ऐसा शब्द कबीर का, काल से लेत छुड़ाय ।।
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कबीर से संबंधित कुछ अन्य प्रश्न—▼
कबीर के काव्य में निम्नलिखित में से क्या नहीं मिलता है ?
गुरु के प्रति आस्था
आत्म-बोध
सधुक्कड़ी भाषा
मसनवी शैली
https://brainly.in/question/24360786
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कबीर की साखियाँ हिंदी साहित्य की अमूल्य निधि हैं।' -कथन की पुष्टि सोदाहरण कीजिए।
https://brainly.in/question/10861522
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