१ कबीर दास के दोहे की सप्रसंग व्याख्या लि खि ए।
२ नि म्नलि खि त वि षयों पर 100 शब्दों में अनुच्छेद
लि खि ए।
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Answer:
तरुवर फल न खात है, सरवर पियत न पान
कही रहीम परकाज हित,संपति सांची सुजान
Explanation:
पेड़ अपना फल नहीं खाता , वैसे ही तलब अपना पानी नहीं पीता ये दोनो दूसरो को देते है । इसलिए कवि रहीम ने कहा है कि सज्जन व्यक्ति खुद के लिए पैसा नही कमाते । कहने का भाव यह हैं कि हमे दूसरो को सहायता करनी चाहिए
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