Hindi, asked by rajivyadav9868, 2 months ago

१ कबीर दास के दोहे की सप्रसंग व्याख्या लि खि ए।
२ नि म्नलि खि त वि षयों पर 100 शब्दों में अनुच्छेद
लि खि ए।

Answers

Answered by rs2419664
0

Answer:

तरुवर फल न खात है, सरवर पियत न पान

कही रहीम परकाज हित,संपति सांची सुजान

Explanation:

पेड़ अपना फल नहीं खाता , वैसे ही तलब अपना पानी नहीं पीता ये दोनो दूसरो को देते है । इसलिए कवि रहीम ने कहा है कि सज्जन व्यक्ति खुद के लिए पैसा नही कमाते । कहने का भाव यह हैं कि हमे दूसरो को सहायता करनी चाहिए

Similar questions