कबीरदास जी ने ईश्वर का वास कहाँ बताया है?
Answers
Answered by
1
Answer:
ईश्वर हर प्राणी में वास करता है वह कहीं भी बाहर नहीं है। वह तो उनकी स्वांसोंं की सांस में है। जब तक जीव की सांस चलती है तब तक वह जीवित है, प्राणवान है और सभी प्राणियों में ईश्वर का वास है। इसलिए कबीर ने ईश्वर को 'सब स्वांसोंं की सांस में' कहा है।
like kar do
Answered by
0
Answer:
मानसरोवर?
Explanation:
Not sure bro/sis.
Similar questions