कबीरदास किस धारा के कवि हैं?
Answers
कबीर दास भक्ति धारा के कवि हैं
Answer:
कबीर या भगत कबीर 15वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। वे हिन्दी साहित्य के भक्तिकालीन युग में ज्ञानाश्रयी-निर्गुण शाखा की काव्यधारा के प्रवर्तक थे। इनकी रचनाओं ने हिन्दी प्रदेश के भक्ति आंदोलन को गहरे स्तर तक प्रभावित किया।
कबीरदास किस धारा के कवि हैं?
इसका सही जवाब है :
भक्तिकालीन
व्याख्या :
कबीरदास भक्तिकालीन धारा के कवि है |
कबीरदास जी हिन्दी साहित्य के एक विद्धान, महान कवि एवं एक अच्छे समाज सुधारक थे। जिन्होंने हिन्दी साहित्य को अपनी अनोखी कृतियों और रचनाओं के माध्यम से एक नई दिशा दी थी | कबीरदासजी को भारत के महानतम कवियों में याद किया जाता है |कबीरदास जी ने अपनी रचनाओं में न सिर्फ मानव जीवन के मूल्यों की व्याख्या की है बल्कि भारतीय संस्कृति, धर्म, भाषा आदि का भी बेहद अच्छे तरीके से वर्णन किया है।