Hindi, asked by devansh6044, 6 months ago

कभी तैरते कभी डूबते,
इतराते गाते मस्ताते ।
नदी आ गई चलो नहाने,
आमंत्रित सबको करवाते |
सभी उपस्थित भद्र जनों का,
नदिया से परिचय करवाते |
अगर हमारे मन में आता
झटपट नदी पार कर जाते,
खड़े खड़े उस पार नदी के
मम्मी मम्मी हम चिल्लाते ।
शाम ढले फिर नदी उठाकर
अपने कंधे पर रखवाते ।
लाए जहाँ से थे हम उसको
जाकर उसे वही रख आते।


कविता में बचचे का कौनसा भाव दिखाया गया है ?
any one please tell !!

Answers

Answered by sutarpallavi79
4

Answer:

कुशी का भावना

मे बे इट्स उसफुल फॉर यौ

Answered by irfanshaikh72081
2

Answer:

abhi tairte Kabhi dhup se sabhi utpati bhadrachalam ka nadiya se parichay karvate agar hamare man mein aata jab Nadi ke mar jaate

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