Hindi, asked by shilpakarmakar2908, 6 months ago

kabir das ki ninda karne ke liye kyon mana karte hai padhe huye dohe ke aadhar par spast kijiye

Answers

Answered by sheljaprachi
4

Answer:

HERE IS YOUR ANSWER

Explanation:

संत कबीरदास का कहना है कि चाहे व्यक्ति अच्छा हो या बुरा उसकी निंदा न करिये। इसमें समय नष्ट करने की बजाय उस आदमी की बार बार प्रशंसा करिये जिसके लक्षण साधुओं की तरह हों। सातो सागर मैं फिर, जम्बुदीप दै पीठ। परनिंदा नाहीं करै, सो कोय बिरला दीठ।

HOPE IT WAS HELPFUL PLZ DO RATE 5 STARS AND FOLLOW ME ;)

Answered by srishtitiwari638737
3

Answer:

कबीर दास जी ने अहंकार वश किसी भी वस्तु को हीन समझने का विरोध किया है। क्योंकि एक छोटी से छोटी वस्तु भी हमें नुकसान पहुँचा सकती है। घास के माध्यम से कबीर दास जी ने इसे स्पष्ट किया है। यदि घास का एक तिनका भी उड़कर हमारी आँखों में पड़ जाए तो हमें पीड़ा होती है। इसलिए हमें इस घमंड में नहीं रहना चाहिए कि कोई हमसे छोटा या हीन है। हर एक में कुछ न कुछ अच्छाई होती है। अत: किसी की भी निंदा नहीं करना चाहिए।

Similar questions