Hindi, asked by anandmohanapj, 11 months ago

kabir ke done meethi vani

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Answered by priyanshu26531
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I dont understand

yaar

Answered by Anonymous
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⭐ऐसी बानी बोलिए मन का आपा खोय 
औरन को सीतल करे आपहु सीतल होय 

बोली एक अनमोल है, जो कोई बोलै जानि,
हिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि।

⭐खीरा सिर ते काटिये, मलियत नमक लगाय।
रहिमन करुये मुखन को, चहियत इहै सजाय

रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गाँठ परि जाय॥

⭐कहते को कही जान दे, गुरु की सीख तू लेय | 
साकट जन औश्वान को, फेरि जवाब न देय |



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