kabir ne hindu aur musalmaan ko mrit (मृत) kyu kaha hai?.......class 9 kshitij kabir ki saakhiyan..
Answers
कबीर ने हिंदू और मुसलमानों दोनों को मृत इसलिए कहा है, क्योंकि हिंदू और मुसलमान दोनों अपने अपने धर्मों के आडंबरों में फँसे रहते हैं।
कबीर के अनुसार व्यर्थ के आडंबरों, पूजा-पाठ, इबादत से ईश्वर नहीं मिलने वाले। ईश्वर को पाने के लिए ज्ञान की जरूरत है, ईश्वर को समझने की जरूरत है, जबकि हिंदू और मुसलमान दोनों सच्चे ज्ञान की जगह व्यर्थ के ढोंग और आडंबरों में फंसे रहते हैं। ज्ञान के बिना व्यक्ति मृत के समान ही है। इसलिए कबीर ने हिंदू और मुसलमान दोनों को मृत कहा है।
कबीर के अनुसार ईश्वर तो हमारे अंदर ही वास करते हैं, हमें केवल अपने अंदर ही ईश्वर को ढूंढना चाहिए, लेकिन हिंदू हो या मुसलमान दोनों ईश्वर को मंदिर-मस्जिद में जाकर ढूंढते हैं। पत्थर की इमारतों में ईश्वर नहीं रहता बल्कि जीवित साँसों में समाया हुआ है। इसलिए ऐसे व्यक्ति मृत के समान ही हैं, जो अपने अंदर के ईश्वर को नही पहचान पाते। इसलिये कबीर ने हिंदू और मुसलमानो दोनों को मृत कहा है।
Explanation:
Kabir ke anusar Hindu aur Muslim ke aap se Sangharsh ka kya Karan hai