Kabir Ne kis vyakti ko uncha Nahin Mana Hai
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Answer:
कबीर ने ऊंचे कुल में जन्म लिया व्यक्ति को ऊंचा नहीं मानते वह तो नेक दिल इंसान को ऊंचा मानते हैं
Explanation:
कबीर के अनुसार वह व्यक्ति दुखी है जो हमेशा भोगविलास और दुनियादारी में उलझा रहता है। जो व्यक्ति सांसारिक झंझटों से परे होकर ईश्वर की आराधना करता है वही सुखी है।
कबीर के अनुसार वह व्यक्ति दुखी है जो हमेशा भोगविलास और दुनियादारी में उलझा रहता है। जो व्यक्ति सांसारिक झंझटों से परे होकर ईश्वर की आराधना करता है वही सुखी है।
#SPJ3
Answer:
कबीर दास का जन्म 15वीं शताब्दी के मध्य में काशी में हुआ था। कबीर का जीवन अनिश्चितता से भरा है। उनके जीवन के बारे में अलग-अलग विचार, विरोधाभासी तथ्य और कई कहानियां हैं। यहां तक कि उनके जीवन के बारे में बात करने वाले सूत्र भी नाकाफी हैं।
Explanation:
कबीर का जन्म एक उच्च कुल में हुआ था, वह किसी व्यक्ति को ऊँचा नहीं मानते, वह एक नेक दिल वाले को ऊँचा मानते हैं।
कबीर एक व्यक्तित्व नहीं बल्कि एक व्यक्तित्व है। कबीर जो न तो हिंदू है और न ही मुस्लिम कबीर जो सांसारिक होते हुए भी जाति और धर्म से ऊपर हैं। दुनिया को आईना दिखाते कबीर। कबीर समाज में व्याप्त कुरीतियों पर प्रहार करते हैं। एक ऐसा व्यक्तित्व जिस पर हिंदू और मुसलमान दोनों दावा करते हैं और सभी जातियों से ऊपर उठे हैं।
जब दुनिया भर से लोग मोक्ष के लिए काशी की ओर जाते हैं तो कबीर काशी को छोड़कर मगहर की ओर चले जाते हैं। एक आदमी जो बुनकर का काम करता है, जिस पर कई लोग डॉक्टरेट कर चुके हैं।
तो इसी क्रम में हम आपको पेश कर रहे हैं कबीर के सदाबहार दोहे, जिन्हें सुनकर हम जीने का सही तरीका समझ जाते हैं और हर मुश्किल आसान लगने लगती है।
#SPJ2