कहीं भली है कटुक निबौरी कनक-कटोरी की मैदा से । पंक्ति में अलंकार है
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प्रश्न 3. ' अरुण तिलक दिये भाल ' में ' भाल ' का शाब्दिक अर्थ
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सही उत्तर अनुप्रास अलंकार है।
Explanation:
जहाँ एक वर्ण या व्यंजन की आवृत्ति बार बार हो वहां अनुप्रास अलंकार होता है। कहीं भली है कटुक निबौरी कनक-कटोरी की मैदा से में 'क' वर्ण बार - बार आया है अर्थात यहाँ अनुप्रास अलंकार है।
अनुपास शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- अनुप्रास।
यहाँ पर अनु का अर्थ है- बार-बार और प्रास का अर्थ होता है वर्ण जब किसी वर्ण की बार-बार आवर्ती हो तब जो चमत्कार होता है उसे अनुप्रास अलंकार कहते है। यह अलंकार शब्दालंकार के 6 भेदों में से एक हैं।
अनुप्रास अलंकार की परिभाषा:-
अनुप्रास अलंकार में किसी एक व्यंजन वर्ण की आवृत्ति होती है। आवृत्ति का अर्थ है दुहराना जैसे- "तरनि तनूजा तट तमाल तरूवर बहु छाये।" उपर्युक्त उदाहरणों में 'त' वर्ण की लगातार आवृत्ति है, इस कारण से इसमें अनुप्रास अलंकार है।
#SPJ3