कहि ही पति को काबेश )
विपति कसौटीजे को तेही गांचे गीत ॥
Answers
Answered by
5
Answer:
question
कहि ही पति को काबेश )
विपति कसौटीजे को तेही गांचे गीत ॥
explaination:
विपति कसौटी जे कसे तेई साँचे मीत।। इस दोहे में रहीम ने सच्चे मित्र की पहचान बताई है। इस दोहे में रहीम जी का कहना है कि जब मनुष्य के पास धन-संपत्ति होती है ता बहुत से लोग उसके मित्र बन जाते हैं, लेकिन जो मुश्किल समय में साथ देते हैं वही सच्चे मित्र कहलाते हैं।
hope it's help you a lot
- give me thanks for my answer and mark my answer as brainlist
Similar questions