कहानी :एक विद्यार्थी – परीक्षा में असफल होना - निराशा - घर छोड़कर जंगल में जाना – पेड़ पर मकड़ी का बार-बार चढने का प्रयत्न करते देखना सफलता का मार्ग मिलना – ध्यान से पढना – सफल होना सफल होना - बोध |
Answers
Explanation:
एक राजु नाम का विध्यार्थी कक्षा 10वि में पढता था।पर उसका पढाई में कुछ खास ध्यान नहीं रेहता था।परीक्षा पास आने परभी वे पढने के अलावा खेल-कुद में ध्यान देता।
इस बार भी ऐसाही हुआ।उसने पढाई नही की। और परिक्षा में कम गुण लाने से असफल हो गया।घरपे उसकी अछेसे पिटाई की।इसलीये वो निराश होकर घर से भाग गया।
उसे समज नही आरहा था।जाऊ तो कहा जाऊ।फिर उसने जंगल मे जाने का सोचा।राजू घर छोडकर जंगल चला गया।जंगल मे उसे डर लग रहा था।और वो थक भी गया था।इसलीये उसने थोडी देर विश्रांती लेने के बारे मे सोचा।
राजू एक पेड के नीचे रुक गया। वही एक मकडी पेड पर चढणे की कोशिश मे लगी हुई थी। राजु ये सब ध्यान से देख रहा था। वह मकडी बार-बार पेढ पर चढणे की कोशीश करणे पर भी उसे असफलता मिली।
पर केहते है ना कोशीश करणेवालोंकी हार नही होती।
उस मकडी की मेहनत रंग लायी। वो पेड पे चढ गई।
राजु ये सब देख रहा था। उसने सोचा ये मकडी बार-बार प्रयास करणे पर सफल हो सकती है तो मै क्यू नही ?
वो घर चला गया।और ध्यान से पढने लगा। इस बार उसने कडी मेहनत की। और राजू कक्षा में अव्वल आ गया।
वो परीक्षा मे सफल हो गया।