कहानीलेखन
৭) निम्नलिखित अधूरी कहानी को पूर्ण करके उसे उचित शीर्षक दीजिए तथा कहानी से प्राप्त शिक्षा का भी उल्लेख
अवश्य कीजिए:
राघोगाँव महाराष्ट्र का एक ग्रामीण क्षेत्र है। वहाँ बुनियादी सुविधाओं का अभाव है । हालत यह है
कि सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल के नाम पर गाँव में एक छोटा - सा भवन तो खड़ा
कर दिया है लेकिन वर्षों से वहाँ कोई नियमित डॉक्टर नहीं है। गाँववालों को छोटी - मोटी बीमारी
के भी इलाज के लिए लगभग तीस किमी दूर जिला अस्पताल भागना पड़ता है। इन दिनों इस
गाँव में मलेरिया का प्रकोप फैला हुआ है
२) निम्नलिखित रुपरेखा के आधार पर कहानी लिखिए और उसे उचित शीर्षक भी वीजिए एवं यह भी दर्शाहए कि
उससे आपको क्या सीख मिलती है :
एक गाँव - गाडगेबाबा का प्रवेश - अस्वच्छता देख दुःख - बाबा का अकेले स्वच्छता अभियान में लगना - रोज आकर स्वच्छता
धीरे - धीरे अनेक लोगों का झाडू हाथ में उठाना - रोज एक घंटा स्वच्छता में - गाँव में स्वच्छता - लोगों को स्वच्छता का
-
महत्व समझाना - बाबा का दूसरे गाँव जाना - परंतु लोगों द्वारा स्वच्छता अभियान जारी रखना - सीख ।
३) निम्नलिखित अधूरी कहानी को पूर्ण करके उसे उचित शीर्षक दीजिए तथा कहानी से प्रप्त शिक्षा का भी उल्लेख
अवश्य कीजिए:
धारापुरी शहर की एक बहुत बड़ी झोपडपट्टी है। महानगरपालिका की अनदेखी के चलते यहाँ
की सड़कों और गलियों के किनारें वर्षों से कचरे का ढेर लगा हुआ हे। बरसात का मौसम
सिर पर है लेकिन स्थानीय लोगों की उदासीनता जस की तस है। ऐसे में युवक कृष्ण कुमार
ने तय किया कि वह चुप नहीं बैठेगा और
Answers
Here's your answer to first question.
लड़कियों को पढ़ाओं ,
लड़कियों को बढ़ाओ।
राघेगांँव महाराष्ट्र का एक ग्रामीण है। वहाँ बुनियादी सुविधाओं का अभाव है | हालत यह है कि सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल के नाम पर गाँव में एक छोटा - सा भवन तो खड़ा कर दिया है लेकिन वर्षों से वहाँ कोई नियमित डॉक्टर नहीं है । गाँववालों को छोटी - मोटी बीमारी के भी इलाज के लिए लगभग तीस किमी दूर जिला अस्पताल भागना पड़ता है । इन दिनों इस गाँव में मलेरिया का प्रकोप फैला हुआ है और इलाज के लिए कोई उचित डाक्टर भी नहीं है।
एक बूढ़ा किसान था और उसकी तीन लड़कियांँ थी। पहली लड़की मीनल सबसे बड़ी और सुंदर लड़की थी। बाकी दो जुड़वा थे जो अभी स्कूल में पढ़ रही थी। मीनल किसान की सबसे लाड़ली बेटी थी इसलिए उसको खूब पढा़या-लिखायाँ। अब वो डाक्टर बनके मुंबई आगे पढ़ने के लिए गई थी। जब उसे पिता द्वारा प्राप्त पत्र मिला मलेरिया की बात बताते हुए तो वह तूरंत शहर लौट आई। उचित शिक्षा प्राप्त कर उसने लोगों का इलाज करने के लिए शुरूवात की। उसे देख गाँववालो ने भी लड़कियों को पढ़ना शुरू किया। धीरे -धीरे वहाँ लोग ठीक होने लगे। उन्हें बेटी पढा़ओ के अध्यान का महत्व समझ आया।
सिख : हमेशा लड़कियों का सम्मान करोगे तो वह आपका सम्मान करके हमारे देश को तरीकी की और ले जाएँगे।