कहानी लेखन।
निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर 70 से 80 शब्दों में कहानी लिखकर उचित शीर्षक दीजिए तथा सीख लिखिए।
गरीब माता-पिता - मेहनत करके कर्ज लेकर लड़की को पढ़ाना- लड़की द्वारा नासा में प्रवेश पाना-खुशी-बचपन को
याद करना - बरगद के पेड़ के पास बैठकर अंतरिक्ष की किताब पढ़ना - कैमरे से अंतरिक्ष की ओर देखना - मेहनत रंग
लाना-सीख।
Answers
Explanation:
पशु-पक्षियों से हमें बहुत लाभ होता है गाय भैंस बकरी आदि पशु हमें दूध देते हैं गाय का दूध तो माँ के दूध के
पशु-पक्षियों से हमें बहुत लाभ होता है गाय भैंस बकरी आदि पशु हमें दूध देते हैं गाय का दूध तो माँ के दूध केसमान होता है मुरगी बतख आदि हमें अंडे देती हैं भेंड़ें हमें ऊन देती हैं जानवरों की खाल से भी कई तरह की
पशु-पक्षियों से हमें बहुत लाभ होता है गाय भैंस बकरी आदि पशु हमें दूध देते हैं गाय का दूध तो माँ के दूध केसमान होता है मुरगी बतख आदि हमें अंडे देती हैं भेंड़ें हमें ऊन देती हैं जानवरों की खाल से भी कई तरह कीपोशाकें बनती हैं इनके चमड़े से जूते थैले आदि बनते हैं कुछ देशों में चिड़ियों के पंखों से लोग रजाई तकिए
पशु-पक्षियों से हमें बहुत लाभ होता है गाय भैंस बकरी आदि पशु हमें दूध देते हैं गाय का दूध तो माँ के दूध केसमान होता है मुरगी बतख आदि हमें अंडे देती हैं भेंड़ें हमें ऊन देती हैं जानवरों की खाल से भी कई तरह कीपोशाकें बनती हैं इनके चमड़े से जूते थैले आदि बनते हैं कुछ देशों में चिड़ियों के पंखों से लोग रजाई तकिएआदि तैयार करते हैं। की दूषित व्यवस्था रिश्वत को प्रोत्साहन देती है। अल्प-वेतन में परिवार का व्यय न चलने पर कभी-कभी मन दुर्बलता उत्पन्न हो जाती है और सरकारी नौकर का ध्यान भी अनौतिक साधन रिश्वत की ओर चला जाता है। वह भली-भाँति जानता है कि रिश्वत लेना पाप है, पाप की कमाई फलती-फूलती नहीं फिर भी विवशता और लाचारी में फँस कर वह पाप कर बैठता है। यदि समाज में सबको जीवनयापन के लिए समान अधिकार प्राप्त हो तो रिश्वत जैसे अनैतिक कर्म को स्थान न मिले। खेद का विषय है कि आज हमारी मनोवृत्ति इतनी दूषित हो गई है कि रिश्वत की कमाई को पूरक-पेशा समझा जाने लगा है। समाज को इस भयंकर बीमारी से बचाना चाहिए।
गुरुक)माता का अंचल पाठ में माता-वपता व बच्चों के बीच में जो प्रेम हदिाया गया है ऐसा प्रेम वतचमान समय में
गुणगाहक राजा - कलाकारों को इनाम की घोषणा - इनाम के
गुणगाहक राजा - कलाकारों को इनाम की घोषणा - इनाम केलिए कलाकारों को आमंत्रित करना- घूसखोर द्वारपाल- एक
गुणगाहक राजा - कलाकारों को इनाम की घोषणा - इनाम केलिए कलाकारों को आमंत्रित करना- घूसखोर द्वारपाल- एककवि का आना - द्वारपाल का घूस मॉगना - कवि की चतुराई
गुणगाहक राजा - कलाकारों को इनाम की घोषणा - इनाम केलिए कलाकारों को आमंत्रित करना- घूसखोर द्वारपाल- एककवि का आना - द्वारपाल का घूस मॉगना - कवि की चतुराईकवि द्वारा इनाम का आधा हिस्सा देने का आश्वासन -
गुणगाहक राजा - कलाकारों को इनाम की घोषणा - इनाम केलिए कलाकारों को आमंत्रित करना- घूसखोर द्वारपाल- एककवि का आना - द्वारपाल का घूस मॉगना - कवि की चतुराईकवि द्वारा इनाम का आधा हिस्सा देने का आश्वासन -कविताए सुनकर राजा का प्रसन्न होना - कवि का सौ कोडे
गुणगाहक राजा - कलाकारों को इनाम की घोषणा - इनाम केलिए कलाकारों को आमंत्रित करना- घूसखोर द्वारपाल- एककवि का आना - द्वारपाल का घूस मॉगना - कवि की चतुराईकवि द्वारा इनाम का आधा हिस्सा देने का आश्वासन -कविताए सुनकर राजा का प्रसन्न होना - कवि का सौ कोडेइनाम मॉगना- राजा का आश्चर्यचकित होना - कारण
गुणगाहक राजा - कलाकारों को इनाम की घोषणा - इनाम केलिए कलाकारों को आमंत्रित करना- घूसखोर द्वारपाल- एककवि का आना - द्वारपाल का घूस मॉगना - कवि की चतुराईकवि द्वारा इनाम का आधा हिस्सा देने का आश्वासन -कविताए सुनकर राजा का प्रसन्न होना - कवि का सौ कोडेइनाम मॉगना- राजा का आश्चर्यचकित होना - कारणबताना।