कहानी-लेखन : निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर लगभग 70 से 80 शब्दों में कहानी लिखकर उसे उचित शीर्षक दीजिए तथा कहानी से मिलने वाली सीख लिखिए : दो मित्र सागर में तूफान नौका का टूटना - दोनों का एक ही तख्ते का सहारा लेना तख्ता केवल एक का ही भार उठाने में समर्थ ‘मेरी माँ को सँभालना' यह कहकर अविवाहित युवक द्वारा तख्ता छोड़ देना - दूसरे का बच जाना युवक के माँ की देखभाल करना शीर्षक।
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Answer:
निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर लगभग 70 से 80 शब्दों में कहानी लिखकर उचित शीर्षक दिजीए। [ एक राजा था ------- वह बहुत दयालु था ------]
दिए गए मुद्दों के आधार पर कहानी लेखन निम्न प्रकार से किया गया है।
अजय और विजय दो परम मित्र थे। एक बार वे दोनों सागर पार जा रहे थे। वे नौका से जा रहे थे। सागर में वे आगे बढ़ते जा रहे थे, जब वे बीच समन्दर पहुंचे तो अचानक तूफान आना शुरू हो गया।
तूफान के कारण समुद्र में लहरें हिलोरे देने लगी। पानी का प्रवाह बढ़ता जा रहा था। उनकी नौका में पानी भर गया तथा पानी का प्रवाह इतना बढ़ गया कि नौका टूट गई।
दोनों समुद्र में गोते खाने लगे तभी अजय की नजर एक लकड़ी के तख्ते पर पड़ी। दोनों ने जैसे तैसे उस तख्त को पकड़ा परन्तु वह तख्त बहुत कमजोर था। वह एक ही व्यक्ति का भार संभाल सकता था। अजय ने विजय से कहा कि मै तख्त को छोड़ देता हूं क्योंकि तुम शादी शुदा हो तुम्हारे बीवी व बच्चे है , उनका सहारा कौन बनेगा ? विजय ने अजय से कहा कि तुम्हारी मां का तुम्हारे सिवाय इस दुनिया में कोई नहीं, वह किसके सहारे जिएगी ?
अजय ने कहा कि आज से तुम मेरी मां की देखभाल करना। इतना कहकर उसने तख्त छोड़ दिया व समुद्र में बहता चला गया। विजय की आंखों से जार जार आंसू बहने लगे। वह तब तक अजय को देखता रहा जब तक समुद्र की लहरों ने उसे आलिंगन कर लिया।
उस दिन के बाद विजय , अजय की मां का सहारा बन गया ।
सीख :
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि सच्चे मित्र ही एक दूसरे का सहारा बनते हैं।
शीर्षक :
इस कहानी का उचित शीर्षक होगा " सच्चा मित्र " ।