कहानी लेखन
निम्नलिखित मुददो के आधार पर लगभग
से
100 राना मंसकहानी लिखकर
शीर्षक दीजिर
80
एक लड़की- अपना जन्मदिन अलग तरीके
से मनना-अपने लिए कुछ न लेना
दूसरो को बाँटना- खुशीका अनुभव करना-
सीख।
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Answer:
डॉ कुसुम खेमानी के जन्मदिन पर समाज के पारिवारिक ऊहापोह को दर्शाती उनकी एक कहानी साहित्य आजतक पर पढ़िए. यह कहानी उनके राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित 'सच कहती कहानियां' नामक संकलन से ली गई है.
सच कहती कहानियां का कवर [राजकमल प्रकाशन]
सच कहती कहानियां का कवर [राजकमल प्रकाशन]
aajtak.in
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नई दिल्ली,
19 सितंबर 2019,
अपडेटेड 11:51 AM IST
लेखिका डॉ कुसुम खेमानी का जन्म 19 सितंबर, 1944 को हुआ. उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि हासिल की. उनकी रचनाओं में 'हिन्दी नाटक के पांच दशक' आलोचना 'सच कहती कहानियां', 'एक अचम्भा प्रेम', 'अनुगूंज जि़न्दगी की' कहानी-संग्रह, 'एक शख्स कहानी-सा' जीवनी, 'कहानियां सुनाती यात्राएं', यात्रा-वृत्तान्त, 'कुछ रेत... कुछ सीपियां... विचारों की', ललित निबंध, 'लावण्यदेवी', 'जडिय़ा बाई' उपन्यास आदि शामिल हैं. डॉ. खेमानी को लेखन जगत में उनके योगदान के लिए कुसुमांजलि साहित्य सम्मान, साहित्य भूषण सम्मान, हरिया