कहानी लेखन निम्नलिखित सुवचन के आधार पर आधरित कहानी लिखिए। - जैसे कर्म वैसा फल
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नगर प्रतिनिधि, धर्मशाला : शुकदेव स्वामी राम हरि उपाध्याय ने कहा कि बुरे कर्मों का बुरा ही फल होता है। वह दाड़ी स्थित धुम्मूशाह मेला मैदान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन प्रवचन दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि सत्कर्म करना हमारा कर्तव्य है। सत्कर्म से ही सुख मिलता है। प्राणी जैसा कर्म करता है वैसा ही फल भोगता है। अच्छे कर्मो का अच्छा फल व बुरे कर्मों का बुरा फल मिलता है। इस दौरान शुकदेव स्वामी ने गिरी गोवर्धन की कथा विस्तार से सुनाई व 56 भोगों के साथ गिरीराज को भोग भी लगाया। जब शुकदेव स्वामी ने गोवर्धन महाराज का भजन गाया तो उपस्थित हजारों श्रद्धालु उठकर नाचने लगे और श्री कृष्णेश्वरी वंदना ट्रस्ट शाखा धर्मशाला के पदाधिकारी गण गोप-गोपी के भेष में थे और सिर पर 56 भोगों को लेकर चल रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि जैसे सचमुच में बृज के गोप-गापियां गोवर्धन की पूजा के लिए आ रही हों। कार्यक्रम के दौरान जब गिरीराज भगवान के दर्शन हुए तो सारा पंडाल भगवान की जय जयघोष के साथ गूंज उठा। इस दौरान ट्रस्ट के महासचिव सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थर