कहानी तत्त्वों के आधार पर 'चीफ की दावत' की समीक्षा कीजिये।
Answers
Answer:
कहानी के नायक सामनाथ अपने मध्यवर्गीय परिवार को आधुनिक बोध से जकड़े हुए है। नए पन का ढोंग उन्हें मां और पत्नी के मध्य चमकीले पर्दे की भांति लटकाए हुए हैं या आधुनिकता की गंध सामान्य माध्यम परिवारों में देखी जा सकती है। पुरानी मान्यताओं और परंपराओं के ढांचे से निकले माता-पिता जब अपनी संतानों को नए रंग में पाते हैं तो उन्हें आशय मिश्रित असंतोष के कारण भीतर ही भीतर गोटन का अनुभव होता है।
शामनाथ नौकरी पेशा व्यक्ति है-इनकी पदोन्नति की संभावनाएं संबंधित चीफ साहब पर निर्भर करती है चीफ साहब है।कि बड़े ही फैशनेबल और संपन्न व्यक्ति व अमेरिकन है।सामनाथ अपनी हैसियत और परिस्थिति को ध्यान में रखकर जीना कबूल नहीं करते।वे चीफ साहब को दावत देते हैं की खुशामद करने से हमारी पदोन्नति मैं उनका सहयोग मिलेगा अपनी आय के हिसाब से ना रहकर दिखावे की जिंदगी जीना शामनाथ को बेहतर लगने लगा था। परिणाम ता हर प्रकार की भौतिकसुख सुविधाएं जुटाने में आर्थिक टूटन आ जाती है।किंतु शामनाथ अपनी उन्नति के लिए सब कुछ करने को तैयार है।