कहां से योगेंद्र समाजों की सामाजिक संरचना का विस्तृत ब्यौरा दीजिए
Answers
Answered by
2
Answer:
हर्बट स्पेंसर जैवीकीय अनुरूपता (biological analogy) से इतने प्रभावित थे कि उन्होंने सामाजिक संरंचना की तुलना मानव शरीर से की। उनका कहना था कि जिस प्रकार शरीर के विभिन्न अंग होते हैं और वे सभी शारीरिक बनावट को बनाये रखते हैं उसी प्रकार समाज के भी विभिन्न अंग होते हैं जो समाज के बनावट को बनाये रखते हैं। रेडक्लिफ ब्राउन का मत था कि जब कभी हम सामाजिक संरचना का उल्लेख करते हैं तो सामाजिक सरंचना से हमारा अभिप्राय एक व्यवस्था से होता है जिसमें उस व्यवस्था व सरंचना के विभिन्न तत्व एक-दूसरे से जुड़े होते है।
hope it helps you plz follow me and mark as brainliest....
Similar questions
Environmental Sciences,
4 months ago
English,
4 months ago
Political Science,
4 months ago
Math,
10 months ago
Physics,
10 months ago
Social Sciences,
1 year ago
Chemistry,
1 year ago