कक्षा 11वी के हिन्दी विषय के मन्दीर का कांत कंगूरा के समान क्या प्रतीत होता है?
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hay bhai saheb boliye kuchh
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मंदिर का कांत कंगूरा के समान प्रतीत होता है, इसका कारण निम्नलिखित है।
- निकल रहा है जलनिधि तल पर दिनकर बिम्ब - अधूरा
- कमला के कंचन मंदिर का मानो कांत कंगूरा ।। काव्य की इन पंक्तियों में कवि राम नरेश ने समुद्र जल की सतह पर सूर्य के अधूरे बिम्ब के सौंदर्य का वर्णन किया है।
- सूर्य का यह बिम्ब अधूरा है इसलिए मंदिर का कांत कंगूरे के समान प्रतीत होता है।
- यह कंगूरा देवी लक्ष्मी के मंदिर का सुंदर कांगूरा लगता है।
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