Art, asked by arti6780, 11 months ago

कला का जीवन में महत्ब​

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Answered by daksh452222
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“कला” जिसे आंग्ल भाषा में “आर्ट” के नाम से भी जाना जाता है। कला का अर्थ अभी तक निश्चित नहीं हो पाया है, यद्यपि इसकी हजारों परिभाषाएँ की गयी हैं। भारतीय परम्परा के अनुसार कला उन सारी क्रियाओं को कहते हैं जिनमें कौशल अपेक्षित हो। यूरोपीय शास्त्रियों ने भी कला में कौशल को महत्त्वपूर्ण माना है। कला एक प्रकार का कृत्रिम निर्माण है जिसमे शारीरिक और मानसिक कौशलों का प्रयोग होता है।

सीधे शब्दों में कहें तो, आम तौर पर मानव द्वारा उसकी खोपड़ी में चल रही हजारो प्रकार की कल्पनाओ को अन्य सभी भाई बन्धुवों के सामने दिखने की क्रिया को ही “कला” या “आर्ट” बोलते हैं।

अब जैसा की आपको पता ही होगा की मानव बुद्धि हमेशा से ही रचनात्मक रही है। वो अलग बात है की उस रचनात्मक बुद्धि को हमारी वर्तमान भारतीय शिक्षा प्रणाली के द्वारा चाट लिया जाता है और खोपड़ी में बच जाता है तो सिर्फ और सिर्फ भूषा।

और अगर कुछ गिने चुने जिद्दी लोग इससे बच निकलते हैं तो वो अपने बुद्धि का सही उपयोग भी सिख लेते हैं, और वो अपनी कला को अलग – अलग रूपों में सामने लाते हैं। जैसे – कुछ संगीत के रूप में, कुछ नृत्य के रूप में, कुछ वाध्य यंत्र बजाने के रूप में, कुछ मूर्ति एवं शिल्प कला के रूप में, तो कुछ चित्र कला के रूप में।

“कला” एक एसी बहुमूल्य सम्पत्ति है जो होती तो सभी के पास है पर इसका आभास हर किसी को नहीं होता है। और अगर हो भी जाये तो कभी – कभी अपनों के द्वारा या कभी परायों के द्वारा दबा दिया जाता है, और मजबूर किया जाता है उसे बाकियों के संत भेड़ चाल चलने को।

यदि आप कला को विशेष समय देते हैं और इसके सांथ नियमित रूप से कुछ वक्त बिताते हैं तो निश्चित ही आपकी कला आपको बहुत ऊपर तक लेकर जाएगी। कला में आपको शीर्ष स्थान तक पहुँचाने का विशेष सामर्थ्य होता है। बस देर है तो इसे पहचानने की।

कला का महत्त्व

जीवन, ऊर्जा का महासागर है। जब अंतश्‍चेतना जागृत होती है तो ऊर्जा जीवन को कला के रूप में उभारती है। कला जीवन को सत्‍यम् शिवम् सुन्‍दरम् से समन्वित करती है। इसके द्वारा ही बुद्धि आत्‍मा का सत्‍य स्‍वरुप झलकता है। कला उस क्षितिज की भाँति है जिसका कोई छोर नहीं, इतनी विशाल इतनी विस्‍तृत अनेक विधाओं को अपने में समेटे, तभी तो कवि मन कह उठा-

साहित्‍य संगीत कला वि‍हीनः साक्षात् पशुः पुच्‍छ विषाणहीनःl

Answered by aditisingh1399
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Answer:

mujhe mehndi lagana aata dancing aati

h thodi bahot gaana bhi gaa leti hu.

to mujhe aisa lagta h ki kala ka mahtva

humare jivan me bahot bada h.

jaise agar hm khi dursi jagah gaye job ke

liye aur hme job n mile to hm mehndi

classes , singing classes ya dancing

classes khol kr apni jarorat ko pura kr

sakte h.

hope it will helpful for you

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