कल्पना की सुंदर उड़ान हूँ मैं
भावनाओं का प्रचंड तूफ़ान हूँ मैं
प्राणियों में सबसे महान हूँ मैं
पर ताकत से अपनी अनजान हूँ मैं।
विचारों का बहता दरिया भी मैं हूँ
उस दरिया की नैया का खिवैया भी मैं हूँ
मैं ही बनाता हूँ दुनिया के नियम
और नियमों में जकड़ा इनसान भी मैं हूँ।
मैंने हिमालय का गुरूर भी तोड़ा है
मैंने ही धरती को चंद्रमा से जोड़ा है
मैंने ही तोड़ा है महासागरों का गौरव
और भूमि का गर्भ भी मैंने टटोला है।
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You mean bhagwan
Yes
it's answer is bhagwan
But
I think that it is written from you
Nice
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