कन्नड़ भक्तिकाव्य के प्रमुख कवियों के रचनात्मक योगदान की चर्चा करो
Answers
Answered by
1
Explanation:
कन्नड साहित्य का इतिहास लगभग डेढ़ हजार वर्ष पुराना है।[1][2][3][4][5] कुछ साहित्यिक कृतियाँ जो ९वीं शताब्दी में रची गयीं थीं, अब भी सुरक्षित हैं।[6] कन्नड साहित्य को मुख्यतः तीन साहित्यिक कालों में बांटा जाता है- प्राचीन काल (450–1200 CE), मध्यकाल (1200–1700 CE) तथा आधुनिक काल (1700 से अब तक)।[7] कन्नड साहित्य की एक विशेष बात यह है कि इसमें जैन, वीरशैव और वैष्णवतीनों सम्रदायों ने साहित्य रचना की जिससे मध्यकाल में तीन स्पष्ट धाराएँ दिखतीं हैं।[8][9][10] यद्यपि १८वीं शताब्दी से पूर्व का अधिकांश साहित्य धार्मिक था, किन्तु कुछ असाम्प्रदायिक साहित्य भी रचा गया।[11][12]
Similar questions