‘कर्ण’ खण्डकाव्य के आधार पर कर्ण का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
Answers
Answer:
hey how can i help
Explanation:
i would like to help
‘कर्ण’ खण्डकाव्य के आधार पर कर्ण का चरित्र-चित्रण
Explanation:
कर्ण’ खण्डकाव्य श्री केदारनाथ मिश्र द्वारा लिखी हुई एक अद्भुत रचना है इस रचना के माध्यम से हम महाभारत काल के उस माहान योद्धा कर्ण का जीवन देख सकते हैं जो इस प्रकार से है-
१) कर्ण को बचपन में पैदा होते ही उसकी माँ कुंती ने त्याग दिया था , क्युकी वह एक अविवाहित स्त्री थी ।
२) सूर्य पुत्र होने के कारन कर्ण बड़े तेजस्वी थे, उन्हें एक निम्न जाती के घर में पाला गया था इसलिए उनको सूत पुत्र कर्ण के नाम से भी जाना जाता है ।
३) कर्ण महाभारत के दानवीर महा योद्दा थे जिन्होंने इन्द्र के ब्राह्मण रूपी वेश को अपने कवच कुण्डल दान कर दिए थे ।
४) कर्ण महाभारत में दुर्योधन के मित्र थे इसलिए बे कौरवो कि तरफ से लड़े थे क्युकी सूत पुत्र होने के नाते उन्हें क्षत्रिय समाज में अपमान मिला किन्तु दुर्योधन ने उनको अपना मित्र मान कर अंग देश का राजा बना दिया था ।
५) श्री कृष्णा के कहने पर अर्जुन ने बाण चलाया जब कर्ण अपने रथ का धंसा पहिया निकाल रहे थे और इस तरह उस अजय योद्धा ने अपने प्राण त्याग दिए ।