करना
4.3. एक शब्द / वाक्य में उत्तर लिखिए-
1. किसी एक राज्य को नाम लिखिए, जहाँ औसतन पाँच वर्ष में एक बार सूखा पड़ता
2. किसका बलिदान प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम में पहली आहुति थी?
3. भारत में बेरोजगारी के कितने प्रकार है।
4. राष्ट्रीय आय की गणना में एक वस्तु का मूल्य कितनी बार गिना जाता है।
5. सूचना का अधिकार भारत सरकार के द्वारा किस वर्ष बनाया गया।
४ बर्ष
राष्टवा
सोन की चिडिया
रिसरख्यान पर्ति कीजिए
Answers
Bharat mein berojgari Ke Kitne Prakar hai
Answer: एक शब्द / वाक्य में उत्तर लिखिए-
Explanation:
1. किसी एक राज्य को नाम लिखिए, जहाँ औसतन पाँच वर्ष में एक बार सूखा पड़ता
उत्तर:- कर्नाटक
कर्नाटक के पड़ोस में स्थित, महाराष्ट्र ने 24 जिलों में फैले 100 तालुकों में 16,500 करोड़ रुपये के अनुमानित नुकसान के साथ सूखा घोषित कर दिया है। दक्षिणी राज्य ने केंद्र से 2,434 करोड़ रुपये की सूखा राहत की मांग की है। इस बीच, देश के पूर्व और पूर्वोत्तर हिस्सों में भी गंभीर स्थिति है।
2. किसका बलिदान प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम में पहली आहुति थी?
उत्तर:-अवंतीबाई
निःसंदेह वीरांगना अवंतीबाई का व्यक्तिगत जीवन जितना पवित्र, संघर्षशील तथा निष्कलंक था, उनकी मृत्यु (बलिदान) भी उतनी ही वीरोचित थी। धन्य है वह वीरांगना जिसने एक अद्वितीय उदहारण प्रस्तुत कर 1857 के भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में 20 मार्च 1858 को अपने प्राणों की आहुति दे दी।
3. भारत में बेरोजगारी के कितने प्रकार है।
उत्तर:- 10 प्रकार है।
सामान्य बेरोजगारी यह वह स्थिति होती है जिसमें कि व्यक्ति प्रचलित मजदूरी दर पर कार्य करने को तैयार है परन्तु उसे कोई भी रोजगार न मिल पाये।
स्वैच्छिक बेरोजगारी ...
अक्षमता बेरोजगारी ...
संरचनात्मक बेरोजगारी ...
प्रच्छन्न बेरोजगारी ...
मौसमी बेरोजगारी ...
शिक्षित बेरोजगारी ...
चक्रीय बेरोजगारी
अल्प बेरोजगारी
घर्षणात्मक
4. राष्ट्रीय आय की गणना में एक वस्तु का मूल्य कितनी बार गिना जाता है।
उत्तर:-एक ही बार गिनी जाती है
राष्ट्रीय आय की अवधारणाएं में सभी प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं की बाजार कीमत शामिल की जाती है और एक वस्तु की कीमत एक ही बार गिनी जाती है, इसमें अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं का मूल्य ही गिना जाता है, जिससे दोहरी गणना से बचाव हो सके । राष्ट्रीय आय की अवधि साधारणतया 1 वर्ष की होती है ।
5. सूचना का अधिकार भारत सरकार के द्वारा किस वर्ष बनाया गया।
उत्तर:- 15 जून 2005
15 जून 2005 को इसे अधिनियमित किया गया और पूर्णतया 12 अक्टूबर 2005 को सम्पूर्ण धाराओं के साथ लागू कर दिया गया। सूचना का अधिकार अर्थात राईट टू इन्फाॅरमेशन।
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