Hindi, asked by chitrathakre85398, 4 months ago

करणी की गति और है, कथनी की और।​

Answers

Answered by shivdharmendragautam
2

Explanation:

जैसी मुख तैं नीकसै, तैसी चालै चाल । पारब्रह्म नेड़ा रहै, पल में करै निहाल ॥1॥ भावार्थ / अर्थ – मुँह से जैसी बात निकले, उसीपर यदि आचरण किया जाय, वैसी ही चाल चली जाय, तो भगवान् तो अपने पास ही खड़ा है, और वह उसी क्षण निहाल कर देगा ।

Answered by mahenderkumar9015
1

Answer:

जैसी मुख तैं नीकसै, तैसी चालै चाल । पारब्रह्म नेड़ा रहै, पल में करै निहाल ॥1॥ भावार्थ / अर्थ – मुँह से जैसी बात निकले, उसीपर यदि आचरण किया जाय, वैसी ही चाल चली जाय, तो भगवान् तो अपने पास ही खड़ा है, और वह उसी क्षण निहाल कर देगा ।

Similar questions