Hindi, asked by rsurajrl, 7 months ago

कस्तूरी कुंडली बसे मृग बन माहि ऐसे घटि घटि राम है दुनिया देखे ना ही प्रस्तुत पंक्तियों का काव्य सौंदर्य स्पष्ट करें​

Answers

Answered by manvigurjar335
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Explanation:

इन पंक्तियों का काव्य सौंदर्य कुछ इस प्रकार है

हिरण की नाभि में ही वह सुगंधित पदार्थ होता है जिसे वह पूरी दुनिया में ढूंढा डोलता है अर्थात कस्तूरी

इसी प्रकार मनुष्य के मन में ही भगवान का वास होता है लेकिन उसे पूरी दुनिया में ढूंढता डोलता है मंदिर मस्जिदों में जाता है लेकिन भगवान तो उसके आत्मा में ही होते हैं

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