कथा नायक की रूचि किन कार्यों में थी?
NCERT Class 10th:स्पर्श भाग-2 हिंदी पाठ 10- बड़े भाई साहब
Answers
Answer:
कथा नायक की रूचि खेल कूद, कँकरियाँ उछालने, गप्पबाजी करने, कागज़ की तितलियाँ बनाने, उड़ाने, उछलकूद करने, चार दीवारी पर चढ़कर नीचे कूदने, फाटक पर सवार होकर उसे मोटर कार बना कर मस्ती करने में थी
Explanation:
MARK AS BRAINLIST
कथा नायक की रूचि खेलने कूदने में बहुत अधिक थी। वह दिन भर कंकरिया उछालता रहता था। अपने दोस्तों से गप्पबाजी करता रहता था। कथा नायक कागज की तितलियां बनाता, फिर उन्हें उड़ाता। इसके अलावा वह अपने दोस्तों के साथ उछलकूद करता रहता था। कभी वह चारदीवारी पर चढ़ जाता और वहाँ से कूदता तो कभी वह किसी फाटक पर सवार होकर उसे मोटर कार की तरह चलाया करता था। इस तरह कथा नायक दिनभर मस्ती करता रहता था।
व्याख्या :
‘बड़े भाई साहब’ पाठ में कथा नायक स्वयं लेखक है। मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित इस पाठ में लेखक और उसके बड़े भाई के आपसी संबंधों का ताना-बाना बुना गया है। लेखक के बड़े भाईसाहब सख्त मिजाज व्यक्ति थे, जो उसे हर समय खेलने कूदने से टोकते रहते थे और पढ़ाई पर अधिक ध्यान देने की नसीहतें दिया करते थे।