Hindi, asked by ds3517682, 13 hours ago

कवि बचपन की वैसा मानता है​

Answers

Answered by sb9438927
4

Answer:

कवि का मानना है कि बचपन भोलेपन का ही दूसरा नाम है। जब भोलापन चला जाता है तो बचपन भी चला जाता है। अपने बचपन को भोलेपन की स्थिति में वह मानता था कि वयस्क लोग अपनी कथनी के प्रति सच्चे होते हैं। बाद में उसने जाना कि उसकी मान्यता गलत थी।

Answered by vdsk183
2

Answer:

कवि का मानना है कि बचपन भोलेपन का ही दूसरा नाम है। जब भोलापन चला जाता है तो बचपन भी चला जाता है। अपने बचपन को भोलेपन की स्थिति में वह मानता था कि वयस्क लोग अपनी कथनी के प्रति सच्चे होते हैं। बाद में उसने जाना कि उसकी मान्यता गलत थी।

Similar questions