कवि जयशंकर प्रसाद को कौन-सी आशा लगी हुई थी? ‘प्रभो’ कविता के आधार पर लिखिए।
Answers
Answered by
0
जयशंकर प्रसाद ईश्वर को दयानिधि मानते हैं। उनके अनुसार ईश्वर दया का सागर है जिसके अंदर दया का अनंत भंडार भरा हुआ है। इसलिए संसार के प्रत्येक प्राणी को उससे दया पाने की आशा होती है। कवि कहते हैं कि यदि मनुष्य पर ईश्वर की दया दृष्टि पड़ जाए तो मनुष्य के सारे मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं। उसका कोई भी कार्य पूर्ण होने में कोई शंका नहीं रहती। कवि अपने इसी विश्वास के सहारे ईश्वर की दया पाने की आशा लगाए हुए हैं अर्थात कवि जयशंकर प्रसाद को आशा है कि ईश्वर की दया से उनके सारे मनोरथ सिद्ध होंगे।
इस पाठ से संबंधित अन्य प्रश्नों के लिये नीचे दिये लिंक पर जायें...
ईश्वर की प्रशंसा के गीत कौन गा रही हैं?
https://brainly.in/question/13043393
‘प्रभो’ कविता का सार अपने शब्दों में लिखिए।
https://brainly.in/question/13042990
Similar questions